Bharat Ratna to Lal Krishna Advani /लालकृष्ण आडवाणी को मिला भारत रत्न: लालकृष्ण आडवाणी को मिला भारत रत्न, देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से हुए सम्मानित (Lal Krishna Advani Receives Bharat Ratna, Honored with India’s Highest Civilian Award)
भारतीय राजनीति के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं ट्विटर के माध्यम से की।
आडवाणी के योगदान की झलक (Glimpse of Advani’s Contributions):
आडवाणी को भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष (1970-1973) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले अध्यक्ष (1980-1986) के रूप में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने 1998 में उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में कार्य किया और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- राम मंदिर आंदोलन को आगे बढ़ाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही है।
- उन्होंने आर्थिक उदारीकरण की नीतियों को लागू करने में भी अहम भूमिका निभाई।
- उनके कार्यकाल में कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए।
- उन्हें उनकी राजनीतिक दूरदर्शिता और रणनीतिक कौशल के लिए जाना जाता है।
- विभिन्न प्रतिक्रियाएं (Mixed Reactions):
इस घोषणा के बाद देशभर से मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। भाजपा समर्थकों ने इस फैसले का स्वागत किया है, जबकि विपक्ष के नेताओं ने इसकी आलोचना की है। कुछ लोगों का मानना है कि आडवाणी को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार मिलना चाहिए था, जबकि अन्य लोगों का मानना है कि उनके कुछ राजनीतिक फैसलों के कारण उन्हें यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिए।
India: BJP veteran leader LK Advani to get Bharat Ratna
अंतिम विचार (Concluding Thoughts):
लालकृष्ण आडवाणी एक विवादास्पद लेकिन महत्वपूर्ण राजनीतिक हस्ती रहे हैं। यह पुरस्कार उनके राजनीतिक जीवन और देश के लिए उनके योगदान को मान्यता देता है। हालांकि, इस फैसले पर प्रतिक्रियाएं मिश्रित हैं, यह निर्विवाद है कि आडवाणी ने भारतीय राजनीति में एक
Bharat Ratna /भारत रत्न सम्मान
In a recent announcement, the Bharat Ratna, India’s highest civilian award, was posthumously conferred upon Karpoori Thakur, the former Chief Minister of Bihar, recognizing his exemplary contributions to politics and governance[6].
- The Bharat Ratna, instituted in 1954, is awarded for exceptional service towards the nation[5]. Over the years, notable figures from various fields have been honored, with a maximum of three recipients per year[2]. The award holds immense significance, symbolizing outstanding contributions that have left an indelible mark on India’s progress and development.
इस हौसले भरे समाचार में, भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, हाल ही में कर्पूरी ठाकुर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को अमर और उनके राजनीतिक और शासन योगदान को मान्यता देने के लिए प्रदान किया गया[6]।
- भारत रत्न, 1954 में स्थापित किया गया था, और इसे राष्ट्र के प्रति असाधारण सेवा के लिए प्रदान किया जाता है[5]। वर्षों के साथ, विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों को सम्मानित किया गया है, और वर्ष की अधिकतम तीन प्राप्तकर्ताओं के साथ[2]। यह पुरस्कार बहुत बड़ी महत्वपूर्णता रखता है, जो उन अद्भुत योगदानों का प्रतीक है जो ने भारत की प्रगति और विकास में अपना श्रेष्ठ छाप छोड़ी है लंबा और प्रभावशाली करियर बनाया है।